एमपी की राजनीति में चुनाव के पहले तमाम संगठन, कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। आचार संहिता लागू होने के पहले अपनी मांगों को मनवाना चाहते हैं। इस चुनावी बेला में विंध्य के ठेकेदारों ने अफसरों से परेशान होकर भोपाल में डेरा डाल दिया है। सरकारी स्कूलों में छोटे निर्माण कार्य और मेंटेनेंस वर्क के करीब 1 करोड़ 14 लाख रुपए का भुगतान पाने के लिए परेशान हैं। करीब आठ ठेकेदार भोपाल में अपने काम का भुगतान पाने के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री और विभागीय अफसरों के दफ्तरों में चक्कर लगा रहे हैं।
आचार संहिता लागू हो गई तो हम बर्बाद हो जाएंगे
सतना के ठेकेदार सत्येन्द्र कुशवाहा ने वीडियो जारी कर कहा मैंने सतना, रीवा, सिवनी और विदिशा जिले के सरकारी हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूलों में माइनर मेंटेनेंस का किया था। जिसका भुगतान कुछ हुआ था लेकिन 20 मार्च को बजट लैप्स होने के कारण नहीं हो पाया। जबकि हमने जिले में ही जनवरी, फरवरी में ही बिल सबमिट कर दिए थे। हम लगातार पांच-छह महीनों से भटक रहे हैं। करीब 40-50 ठेकेदारों का पेमेंट फंसा हुआ है। स्कूल शिक्षा विभाग के अफसरों से मिले तो हमें इधर से उधर भटकाया जा रहा है। Read More: जब SPA CENTER में हाथ का दर्द ठीक कराने पहुंच गया बच्चा, फिर मसाज के बहाने शुरू हो गया ये गोरख धंधा…
हमारे रीवा, सतना से 10-20 लोग आए हुए हैं। हमसे अफसर कहते हैं आप वित्त विभाग में फोन कराईए। हम लोग अभी युवा कॉन्ट्रेक्टर हैं। हमने ब्याज पर पैसे लेकर काम शुरु किया था। अगर शुरुआती दौर में ही हमारे साथ ऐसा होगा तो आगे कैसे काम कर पाएंगे। हम अपना परिवार छोड़कर भोपाल आए हैं और जब तक पैसा रिलीज नहीं हो जाता हम वापस नहीं लौटेंगे।
सीएम के नाम लिखा लेटर
मुख्यमंत्री के नाम लिखे पत्र में ठेकेदारों ने लिखा- रीवा जिले के 23 हाई स्कूल, हायर सेकेण्ड्री स्कूल और सतना जिले में 40 हाई स्कूल, हायर सेकेण्ड्री स्कूल, सतना जिले के 02 सीएम राइस स्कूलों का लघु निर्माण कार्य, मेंटेनेंस वर्क साल 2022-23 में किया गया है। काम को निर्धारित समय के पहले ही पूरा कर दिया गया है। इसके साथ ही रीवा व सतना के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में फरवरी 2023 को बिल लगा दिए गए थे। लेकिन आज तक बिल का भुगतान नही किया गया। रीवा और सतना के जिला शिक्षा अधिकारियों ने मार्च 2023 को बजट उपलब्ध होने के बावजूद समय से भुगतान नही किया और बजट लेप्स करा दिया गया। इन शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही की वजह से भुगतान नही हुआ। Read More: Horoscope of 17 September : इस राशि के जातकों को पुराने दोस्तों से होगी मुलाकात, अपने अधीनस्थों से हो सकती है हानि, जानिए अपनी राशि …
इन ठेकेदारों को लेना है इतना पेमेंट
आराध्या एसोसिएट द्वारा रीवा जिले में 69,00,000 रुपए, सतना जिले में 27,00,000रुपए, मैहर में 13,50,000 रुपए बगहा, सीएम राइस में 4,53,000 रुपए कुल 1,14,00,000 रुपए रूका हुआ है। आराध्या एसोसिएट संस्था के पास काम पूरा कराने के लिए एकमुश्त रकम उपलब्ध न होने की वजह से संस्थान द्वारा दिवेश परौहा से 30,00,000 रुपए, रोहित तिवारी मटेहना 9,00,000 रुपए सतेन्द्र कुशवाहा, अबेर से 4,00,000, पुष्पेन्द्र मिश्रा निवासी बरो रीवा से 9,00,000, शुभम कुशवाहा 10,00,000 नगद रकम हासिल कर मटेरियल एवं मजदूरों का भुगतान कर काम फाइनल किया गया।
ब्याज से पैसे लेकर किया काम ठेकेदार ने अपने पत्र में लिखा- समय से भुगतान न होने की वजह से जिन लोगों से मैंने पैसे उधार लिए हैं, वे बार-बार अपनी रकम मांग रहे हैं। Read More: रीवा: कलेक्टर ने तीन अपराधियों को जिला बदर करने का दिया आदेशकलेक्टर ने अवकाश दिवस में प्रदाय केन्द्र खुले रखने के दिए निर्देश
बीजेपी ऑफिस पहुंचे
सतना, रीवा के करीब 18 ठेकेदार भोपाल में तीन दिनों से डेरा डाले हुए हैं। वे लोक शिक्षण आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव, डीएस कुशवाह सहित तमाम अधिकारियों से मुलाकात कर फंड रिलीज कराने का अनुरोध कर चुके हैं। शनिवार शाम ठेकेदार बीजेपी ऑफिस पहुंचे और पदाधिकारियों से मदद की गुहार लगाई।
अफसर कह रहे ऊपर से फोन कराओ
ठेकेदारों ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के अफसर कह रहे हैं। कि बजट पूरा आया लेकिन चुनावी साल है तो बजट आते ही आदेश आ गया कि आप आहरण नहीं करेंगे। फिर वो बजट दूसरी योजनाओं में चला गया।