सरकार नहीं परिवार चलाता हूँ: सीएम शिवराज, कसम राखी की बहनों की आंखों में आंसू नहीं रहने दूंगा

सरकार नहीं परिवार चलाता हूँ: सीएम शिवराज, कसम राखी की बहनों की आंखों में आंसू नहीं रहने दूंगा

सूबे के मुखिया शिवराज सिंह ने झाबुआ जिले में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा है कि वो कोई सरकार नहीं बल्कि परिवार चलाते है। प्रदेश की जनता उनकी अपनी फॅमिली है। साथ ही उन्होंने एलान भी किया है कि बहनो राखी की कसम तुम्हारी आँखों में ये तुम्हारा भाई आंसू नहीं आने देगा।

आपको बता दें कि झाबुआ में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 55 साल तक कांग्रेस की सरकारें रहीं। लेकिन उन्होंने कभी गरीबों और आदिवासियों की चिंता नहीं की। साल 2014 में एक गरीब मां के बेटे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने और आज बीजेपी की केंद्र व राज्य सरकारें गरीबों का जीवन बदलने का काम कर रही हैं।

किसानों को हर साल मिलेंगे 12 हजार रुपये :
सीएम चौहान ने कहा कि किसानों को हमारे प्रधानमंत्री छह हजार रुपये दे रहे हैं। प्रदेश सरकार भी छह हजार रुपये देगी। हर साल किसानों के खातों में 12 हजार रुपये आएंगे। हमारी सरकार बेटियों को लाड़ली लक्ष्मी बना रही है। हम प्रतिभाशाली बच्चों को लैपटॉप दे रहे हैं और अभी स्कूल के टॉपर बच्चों को स्कूटी भी दी है। मेडिकल, इंजीनियरिंग या कहीं भी बच्चा एडमिशन ले, उच्च शिक्षा की सारी फीस प्रदेश सरकार दे रही है। ये आपकी सरकार है, अपने परिवार की सरकार है।

सीएम शिवराज ने कहा, चुनाव नजदीक है। एक बार फिर कांग्रेस के लोग आएंगे, झूठे वादों का जाल फैलाकर लोगों को बहकाने और गुमराह करने का काम करेंगे। सभी कार्यकर्ताओं को सजग प्रहरी की तरह झूठ-फरेब की राजनीति करने वालों को जवाब देना है। बूथ-बूथ, घर-घर जाकर यह बताना है कि बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारें ही गरीबों, आदिवासियों की चिंता करती हैं। आने वाले चुनावों में वे उस बीजेपी का साथ दें, जो उनका साथ देती है।

सीएम चौहान ने कहा कि बीजेपी अपना परिवार है और मैं सरकार नहीं, परिवार चलाता हूं। मैं यहां मौजूद लाड़ली बहनों से पूछना चाहता हूं कि कभी कांग्रेस ने एक रुपया भी दिया था क्या? हमने एक हजार रुपये से यह योजना शुरू की है और इसे तीन हजार रुपये तक लेकर जाएंगे। पैसा है, तो मन में विश्वास रहता है। मैं इन बहनों की बांधी राखी की कसम खाकर कहता हूं कि आपकी आंखों में आंसू नहीं रहने दूंगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *