Humans of Bombay का विवाद क्या है, जिसकी सोशल मीडिया पर है इतनी चर्चा

Humans of Bombay का विवाद क्या है, जिसकी सोशल मीडिया पर है इतनी चर्चा

कॉन्टेंट वेबसाइट ‘ह्यूमंस ऑफ़ बॉम्बे’ ने एक दूसरे कॉन्टेंट प्लेटफॉर्म ‘पीपल ऑफ़ इंडिया’ पर कॉपीराइट उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है.

इस पूरे मामले में अमेरिकी ब्लॉग ‘ह्यूमन्स ऑफ न्यूयॉर्क’ के फ़ाउंडर ब्रैंडन स्टैंटन ने कॉपीराइट उल्लंघन का मुक़दमा दायर करने के लिए ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को फटकार लगाई.

शनिवार को ब्रैंडन स्टैंटन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- “मैं अपने काम के ग़लत तरीके से इस्तेमाल पर चुप रहा क्योंकि मुझे लगता है कि ह्यूमंस ऑफ़ बॉम्बे महत्वपूर्ण कहानियां शेयर करता है.भले ही उन्होंने इससे पैसा कमाया हो लेकिन मैंने जिस चीज़ के लिए आपको माफ़ किया है, उसके लिए आप लोगों पर केस नहीं कर सकते.”

साल 2010 में ब्रैंडन स्टैंटन ने ह्यूमंस ऑफ़ न्यूयॉर्क ब्लॉग शुरू किया था. ये एक ‘फ़ोटोग्राफ़िक सेंसस’ था. इसमें न्यूयॉर्क के लोगों की तस्वीरों के साथ उनकी कहानी छापी जाती थी. ये ब्लॉग सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और इसके लाखों फॉलोवर्स बन गए.

साल 2014 में करिश्मा मेहता ने ह्यूमंस ऑफ़ बॉम्बे की शुरूआत की इसमें भी लोगों की तस्वीर के साथ उनकी कहानी छापी जाती है.

ये पेज हूबहू ह्यूमंस ऑफ़ न्यूयॉर्क की तरह है.

ब्रैंडन स्टैंटन की पोस्ट के बाद ह्यूमंस ऑफ़ बॉम्बे ने बयान जारी कर रहा- “ ब्रैंडन आपको मामला पूरा समझ कर प्रतिक्रिया देनी चाहिए. हम अपनी बौद्धिक संपदा को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.”

कई लोग एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुएलोग ह्यूमंस ऑफ़ बॉम्बे की ऑलोचना कर रहे हैं.

एक और यूज़र लिखती हैं, “यह बयान जारी करने के लिए ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे की हिम्मत की दाद देती हूं, उन्होंने बेशर्मी से ह्यूमंस ऑफ न्यूयॉर्क का विचार चुरा लिया और अब अपनी “बौद्धिक संपदा” की रक्षा के लिए पीपल ऑफ़ इंडिया पेज पर मुक़दमा कर रहे हैं.”

एक अन्य यूज़र लिखती है- “ ह्यूमंस ऑफ़ बॉम्बे ब्रैंडन का आइडिया चुरा कर उससे पैसे कमा रहा है और अब ब्रैंडन को ही ईमानदारी और एथिक्स समझा रहे हैं, ये गज़ब है. ”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *