सतना बादलो की मेहरबानी से महरूम, नहीं हो रही बरसात, अब तक औसत से आधी बारिश हुई, मैहर-जसो में सबसे कम वर्षा दर्ज
प्रदेश में कई स्थानों पर सिस्टम एक्टिव होने के कारण भले ही बारिश का दौर जारी हो लेकिन सतना पर बादलों की मेहरबानी उस कदर नहीं बरस रही जैसी उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि आसमान पर बादलों की आवाजाही बनी हुई है, हवा में ठंडक भी घुली है लेकिन जोरदार बारिश की खुशी का इंतजार बरकरार ही है।
चालू मानसूनी सीजन में अब तक सतना जिले में न केवल औसत वर्षा की आधी बारिश हुई है बल्कि गत वर्ष इस अवधि तक हो चुकी वर्षा के मुकाबले भी इस बार के आंकड़े पिछड़े हुए हैं। नागौद तहसील जहां सबसे ज्यादा पानीदार है वहीं इसी तहसील के जसो क्षेत्र और मैहर तहसील के इलाके में सबसे कम पानी बरसा है। कुछ मिनटों तक बरस कर बादल शांत हो जाते हैं। बादलों की इस बेरुखी ने न सिर्फ किसानों बल्कि आम लोगों की भी बेचैनी बढ़ा रखी है।
अब तक सिर्फ 559 मिमी बारिश :
जिले में इस वर्ष 1 जून से 15 सितम्बर 2023 तक 559.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में 4.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 636 मि.मी, सोहावल (रघुराजनगर) में 417.8 मि.मी, बरौंधा (मझगवां) में 499.1 मि.मी, बिरसिंहपुर में 479.5 मि.मी, रामपुर बाघेलान में 507 मि.मी वर्षा दर्ज की गई है।
सबसे अधिक 951.4 मि.मी बारिश नागौद में हुई है जबकि इसी तहसील के जसो क्षेत्र में मात्र 363.3 मि.मी वर्षा रिकार्ड की गई है। इसी तरह मैहर में भी सिर्फ 378 मिमी बारिश हुई है। इसके अलावा उचेहरा में 674 मि.मी.अमरपाटन में 640 मि.मी. तथा रामनगर तहसील में 609.3 मि.मी. औसत वर्षा अब तक दर्ज की जा चुकी है।
बता दें कि सतना जिले की औसत सामान्य वर्षा 1039.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि तक जिले में औसत वर्षा 757.5 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी। गत वर्ष के मुकाबले वर्षा का आंकड़ा अभी लगभग 197 मिमी पीछे चल रहा है।