रीवा कलेक्टर ने विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए तैनात नोडल अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा बैठक में दिए आवश्यक निर्देश

नोडल अधिकारी आयोग के निर्देशों के अनुरूप निर्वाचन संबंधी व्यवस्था करें -कलेक्टर

नोडल अधिकारी अपनी टीम के सदस्यों को उचित प्रशिक्षण दें – कलेक्टर

 रीवा: विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए तैनात नोडल अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतिभा पाल ने कहा कि सभी नोडल अधिकारी अपने कार्य से जुड़े निर्वाचन आयोग के निर्देशों का भलीभांति अध्ययन कर लें। उन निर्देशों के अनुरूप अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती के आदेश निर्वाचन कार्यालय से जारी कराएं। इन्हें भलीभांति प्रशिक्षण दें। सौंपे गए कार्य की समस्त जिम्मेदारी नोडल अधिकारी की होगी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी सभी नोडल अधिकारियों को उनसे जुड़े कार्यों की निर्देश पुस्तिका तत्काल उपलब्ध कराएं। 

 कलेक्टर ने कहा कि सभी रिटर्निंग आफीसर विधानसभा निर्वाचन के लिए समस्त तैयारियाँ सुनिश्चित करें। मतदान केन्द्र का स्वयं निरीक्षण करके उपलब्ध सुविधाओं का सत्यापन करें। सभी मतदान केन्द्रों में पक्के रैम्प का निर्माण कराएं। चुनाव कार्य के लिए प्रयुक्त वाहनों की अनुमानित संख्या एवं रूट चार्ट का भी निर्धारण कर लें। दिव्यांगों के लिए मतदान व्यवस्था, दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा संचालित पोलिंग बूथ तथा पिंक पोलिंग बूथ में तैनात करने के लिए भी अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची तैयार कर लें। चुनाव के प्रशिक्षण की समय सारणी निर्धारित कर दी गई है। पूरी गंभीरता के साथ चुनाव का प्रशिक्षण संपन्न कराएं। 

 कलेक्टर ने कहा कि चुनाव के दौरान कम्युनिकेशन प्लान को क्रियान्वित करने के लिए मुख्य रूप से वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग दल तैनात करें। मतदान दिवस में प्रत्येक टीम को 300 से अधिक मतदान केन्द्रों से सम्पर्क करके डाटा संकलित करना एवं उसे जिला स्तर एवं निर्वाचन आयोग को उपलब्ध कराना पड़ेगा। टीम के सदस्यों को इसके लिए समुचित प्रशिक्षण दें। जिन मतदान केन्द्रों में मोबाइल नेटवर्क की अच्छी सुविधा नहीं है वहाँ वैकल्पिक व्यवस्था अवश्य करें। निर्वाचन संबंधी शिकायतों का तत्काल निराकरण करें। शिकायतों के निराकरण के लिए तैनात नोडल अधिकारी विधानसभावार शिकायत पंजी संधारित कर उसमें नियमित रूप से प्राप्त शिकायतें दर्ज करने तथा उनके समय-सीमा में निराकरण की व्यवस्था करें। 

 कलेक्टर ने कहा कि चुनाव व्यय का लेखा तैयार करना और उसकी मॉनीटरिंग बड़ी चुनौती है। नोडल अधिकारी अपनी टीम के सदस्यों को व्यय की निगरानी का पूरा प्रशिक्षण दें। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में व्यय निगरानी की अलग-अलग टीम तैनात की जाएगी। चुनाव से जुड़ी सामग्री के पैकेट समय सीमा में तैयार करा लें। आयोग द्वारा दी गई चेकलिस्ट के अनुसार मिलान कराकर इनमें सामग्री रखें। रिटर्निंग ऑफीसर अपने स्तर पर स्टैंडिंग कमेटी का गठन करके उसकी नियमित बैठक सुनिश्चित करें। रिटर्निंग आफीसर कार्यालय में भी निर्वाचन संबंधी कार्य के कम्प्यूटराइजेशन की समुचित व्यवस्था करें। 

 कलेक्टर ने कहा कि सभी एसडीएम मतदाता सूची से मृत मतदाताओं के नाम पृथक कराने के लिए रोजगार सहायक तथा बीएलओ के साथ बैठक करके निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार नाम पृथक कराएं। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को डाक मतपत्र व्यवस्था, भोजन व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था, वीडियोग्राफी तथा फोटोग्राफी, ईव्हीएम संचालन के प्रशिक्षण तथा पेड न्यूज की निगरानी के संबंध में निर्देश दिए। बैठक में वन मण्डलाधिकारी अनुपम शर्मा, सहायक कलेक्टर सोनाली देव, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रेयस गोखले, सभी एसडीएम तथा सभी नोडल अधिकारी उपस्थित रहे। 

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