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लैंडिंग के ढाई घंटे बाद क्यों बाहर आया रोवर प्रज्ञान?
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान काफी धूल उड़ने लगी। वहां गुरुत्वाकर्ष्ण पृथ्वी की तुलना में काफी ज्यादा कम है। जिसकी वजह से पृथ्वी की तरह वहां जल्दी धूल नीचे बैठती नहीं है। इसरो के वैज्ञानिकों ने पहले धूल के बैठने का इंतजार किया और फिर रोवर को नीचे उतारा।
ऐसे में अगर उसको लैंडिंग के तुरंत बाद ही उतार दिया जाता तो उसके कैमरों पर बहुत धूल जमा हो जाती और रोवर में लगे उपकरणों को भी नुकसान हो सकता था। रोवर को मिशन पूरा करने में समस्या हो सकती थी। इसलिए लैंडिंग के ढाई घंटे बाद बाहर आया रोवर प्रज्ञान।