विशेष सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, विपक्षी पार्टियों ने की महिला आरक्षण विधेयक लाने की मांग
नई दिल्ली: 17वीं लोकसभा के 13वें सत्र से पहले केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. संसद के विशेष सत्र से एक दिन पहले रविवार को बुलाई गई इस बैठक के दौरान बीजू जनता दल (बीजद) और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) समेत कई क्षेत्रीय दलों ने महिला आरक्षण विधेयक को संसद में पेश करने पर जोर दिया.
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने जानकारी दी कि आज सर्वदलीय बैठक हुई. 34 दल के 51 नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया. पांच दिन के लिए सत्र शुरू होने वाला है. सबसे पहले कश्मीर में जो सैनिक शहीद हुए हैं, उनको सबने मिलकर श्रद्धाजंलि दी. उन्होंने कहा कि एजेंडा में चार बिल लिस्टेड है. कुछ बीएसी में पेंडिंग बिल है, कुल 8 बिल है. कई दलों ने अपनी बात रखी है, लेकिन सरकार अपने एजेंडे पर काम करती है.
वहीं उन्होंने बताया कि पहले दिन 75 साल लोकतंत्र पर दोनों सदन में अलग-अलग चर्चा पुराने भवन में होगी. 19 को सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों का संयुक्त कार्यक्रम होगा. वहीं 20 तारीख से नए भवन में रेगुलर सत्र होगा.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार के रवैये से विपक्ष को भ्रम है. हमें कुछ चीजों से वंचित किया जा रहा है. जीरो ऑवर और क्वेश्चन सेशन खत्म किया गया है. ये ठीक नहीं है.