लाल किले से पीएम मोदी ने मणिपुर पर कही बड़ी बात

  • लाल किले से पीएम मोदी ने मणिपुर पर कही बड़ी बात
  • लाल किले से पीएम मोदी ने मणिपुर पर बोलते हुए कहा कि, अब शांति की खबरें आ रही हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘देश, मणिपुर के लोगों के साथ है। पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाकर रखी है, मणिपुर के लोग उसे आगे बढ़ाएं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित करते हुए विभिन्न मुद्दों पर बात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मणिपुर का भी जिक्र किया। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किया है। जिन्होंने इसे सहा, उनके प्रति मैं गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। राज्य और केंद्र सरकार उन सभी संकटों से जल्द मुक्त होकर तेज गति से आगे बढ़ रही है।

देश मणिपुर के साथ :
पीएम ने कहा कि मेरे परिवारजनों, पिछले कुछ सप्ताह में मणिपुर और हिंदुस्तान के कुछ भागों में हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा। मां बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। कुछ दिनों में से अब लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। देश, मणिपुर के लोगों के साथ है। पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाकर रखी है, मणिपुर के लोग उसे आगे बढ़ाएं। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर समाधान के भरपूर प्रयास कर रही है।

बता दें कि मणिपुर में बीते तीन महीनों से हिंसा का दौर जारी है। संसद के मानसून सत्र के दौरान भी इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ और विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाए। मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में मणिपुर पर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया और मणिपुर के हालात के बारे में देश को जानकारी दी थी।

मां भारती जागृत हो चुकी है :
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को प्रेरित करते हुए कहा कि ‘मैं साफ देख रहा हूं कि मां भारती जागृत हो चुकी है। विश्व भर में भारत की चेतना और सामर्थ्य के प्रति नया आकर्षण, नया विश्वास पैदा हुआ है, उसे विश्व में अपने लिए ज्योति नजर आ रही है।’ पीएम मोदी ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि ‘कुछ चीजें हमारे पास हैं, जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी हैं। आज हमारे पास डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) है, हमारे पास डेमोक्रेसी (लोकतंत्र) है, विविधता है। यह त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है। आज पूरी दुनिया में देशों की उम्र ढल रही है, तब भारत, ऊर्जावान होकर आगे बढ़ रहा है। आज तीस साल से कम आयु की जनसंख्या दुनिया में सर्वाधिक भारत में है। जब कोटि-कोटि भुजाएं हों, मस्तिष्क हों, संकल्प हों, सपने हों तो हम इच्छित परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।’

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