रक्षा बंधन पर 700 सालों बाद बना दुर्लभ महायोग, गलती से भी न करें ये गलतियां

रक्षा बंधन पर 700 सालों बाद बना दुर्लभ महायोग, गलती से भी न करें ये गलतियां

इस बार रक्षाबंधन पर 700 सालों के बाद पंच महायोग बन रहे हैं

रक्षाबंधन पर्व को भाई-बहन के प्रेम और सदभाव के पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है, इसके बदले में भाई बहन को भेंट देता है एवं सदैव उसकी रक्षा करने का वचन भी देता है। अच्छे मुहूर्त अथवा भद्रारहित काल में भाई की कलाई में राखी बांधने से भाई को कार्य सिद्धि और विजय प्राप्त होती है।

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हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार सावन पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहनों के आपसी प्रेम का प्रतीक है। रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाईयों की कलाई पर रक्षाबंधन बांधती हैं। मुहूर्त शास्त्र के अनुसार रक्षाबंधन का त्योहार हमेशा भद्रा रहित काल में मनाना शुभ होता है। अगर रक्षाबंधन के दिन भद्रा होती है तो ऐसे में बहनों को अपने भाईयों की कलाई में राखी नहीं बांधनी चाहिए। भद्रा की समाप्ति के बाद ही राखी बांधना चाहिए। इस बार रक्षा बंधन की डेट को लेकर कुछ मतभेद है। दरअसल इस वर्ष श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि पर भद्रा का साया रहने के कारण रक्षाबंधन 30 और 31 अगस्त को मनाने को लेकर कंफ्यूजन बना हुआ है।

दुर्लभ महायोग :
इस बार रक्षाबंधन पर 700 सालों के बाद पंच महायोग बन रहे हैं। इस कारण इस बार का रक्षाबंधन-2023 बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 30 अगस्त सावन पूर्णिमा के दिन भद्रा भी रहेगी, जो शुभ नहीं है।
वहीं, शुक्र, बुध, सूर्य, शनि और गुरु मिलकर पंच महायोग भी बना रहे हैं। इस कारण इस बार का रक्षाबंधन बेहद ही खास माना जा रहा है। पंच महायोग की वजह से रक्षाबंधन का महत्व काफी बढ़ गया है। इसलिए इस दिन भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करना चाहिए, जिससे अशुभ परिणाम झेलने पड़ सकते हैं।

शुभ मुहूर्त :
30 अगस्त के दिन रक्षाबंधन मना रहे हैं तो रात में 9:01 के बाद ही अपने भाई की कलाई पर राखी बांधे। वहींं, 31 अगस्त के दिन सुबह 7:06 तक रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा सकता है।

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न करें ये गलतिया:

  • 30 अगस्त को रक्षाबंधन मना रहे हैं तो ध्यान रखें की राखी बांधते समय भद्राकाल न रहे। भद्रा के समय राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है।
  • रक्षाबंधन के दिन भाई के दाहिने हाथ की कलाई पर राखी बांधना शुभ माना जाता है।
  • राखी बांधते समय दिशा का ध्यान रखना भी जरूरी है। भाई का मुख उत्तर-पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। वहीं, बहन का मुख दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर होना शुभ माना जाता है
  • रक्षाबंधन के दिन भाई को खंडित और काले रंग की राखी नहीं बांधनी चाहिए।
  • वहीं, इस दिन भाइयों को बहनों को गिफ्ट में कोई भी नुकीली चीज, जूते चप्पल या धार वाली चीजें नहीं देनी चाहिए।
  • रक्षाबंधन के त्यौहार के दिन काले रंग का कपड़े न पहनना बेहतर रहेगा।
  • वहीं, इस दिन तामसिक चीजों का सेवन करने से भी बचें।

(डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

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