मप्र में नई रेल लाइन बिछेगी, लोगो को होगा फायदा, काम शुरू
जबलपुर रेल मंडल की सीमा में आने वाली इटारसी-जबलपुर-मानिकपुर रेल लाइन, मुंबई को हावड़ा से जोड़ने वाली सबसे प्रमुख और पुरानी रेल लाइन है। इस वजह से इसका अब और विस्तार जरूरी हो गया है।
पश्चिम मध्य रेलवे ने अपनी सीमा में आने वाली रेल लाइन के विस्तार पर काम तेजी से शुरू कर दिया है। इसका फायदा जबलपुर के यात्रियों को मिलेगा। पमरे जल्द ही इटारसी से जबलपुर होकर मानिकपुर तक जाने वाले रेलवे लाइन का विस्तार कर यहां पर तीसरी रेल लाइन बिछाएगा।
इससे पहले इस ट्रैक का सर्वे होगा। पमरे ने रेलवे बोर्ड से तीसरी लाइन बिछाने और इससे पूर्व इस लाइन का सर्वे करने के लिए स्वीकृति मांगी है।
यात्री ट्रेनों को समय पर चलाने की जुगत :
रेलवे, यात्री ट्रेनों की संख्या में लगातार इजाफा कर रहा है, लेकिन इन्हें समय पर और निर्धारित गति से चलाने के लिए जरूरत के मुताबिक रेल लाइन उपलब्ध नहीं हैं।
इसका समाधान करने के लिए रेलवे रेल लाइन की संख्या बढ़ाई जा रही है। जहां एक लाइन है, वहां दूसरी रेल लाइन बिछाई जा रही है तो वहीं जहां दो रेल लाइन है, वहां तीसरी रेल लाइन बिछाई जाएगी।
क्या है योजना :
जबलपुर रेल मंडल की सीमा में आने वाली इटारसी-जबलपुर-मानिकपुर रेल लाइन, मुंबई को हावड़ा से जोड़ने वाली सबसे प्रमुख और पुरानी रेल लाइन है। इस वजह से इसका अब और विस्तार जरूरी हो गया है।
अभी यहां पर दो रेल लाइन ही है, जिसे मुख्य तौर पर इटारसी से मानिकपुर जाने और मानिकपुर से इटारसी आने वाली ट्रेनों के लिए उपयोग किया जा रहा है, लेकिन इस पर ट्रेनों का लगातार दबाव बढ़ा रहा है। इसे देखते हुए अब यहां से तीसरीे रेल लाइन बिछाने की तैयारी में पमरे जुट गया है।
इसका प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। पहले चरण में 511 किमी लंबी रेलवे ट्रैक के दोनों ओर रेलवे की जमीन का सर्वे होगा। सर्वे रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी, इसके बाद तीसरी रेल लाइन का प्रस्ताव, बजट और योजना तैयार कर अंतिम स्वीकृति के लिए फिर प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के पास जाएगा।
इसलिए बढ़ गई और संभावना :
इटारसी से मानिकपुर तक जाने के लिए एक रूट इटारसी-भोपाल-बीना-कटनी-मानिकपुर है, जो लगभग 668 किमी लंबा है। जबलपुर होकर जाने वाला यह रेल रूट 511 किमी का है। रेलवे के मुताबिक इस रूट से जाने वाली ट्रेनों को 157 किमी की दूरी कम तय करना होती है।
यही वजह है कि मुम्बई से उत्तर भारत जाने-आने वाली ट्रेनों में अधिकांश को इस ट्रैक से होकर ले जाया जाता है। अब इनकी संख्या में इजाफा होने जा रहा है और नई ट्रेनों को भी इस ट्रैक से होकर ही ले जाया जाएगा।
इसे देखते हुए यहां से तीसरी रेल लाइन बिछाने की संभावना और मजबूत हो गई है। पश्चिम मध्य रेलवे ने इसके लिए पूरी योजना तैयार कर प्रस्ताव बोर्ड भेज दिया है।
पहले भी बनी थी योजना :
पमरे ने इटारसी से मानिकपुर के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने की पहले भी योजना बनाई थी।
511 किमी लंबी तीसरी रेल लाइन बिछाने की बजाए कुछ ही हिस्सा में इसका विस्तार करना था।
रेलवे बोर्ड ने इस प्रस्ताव को रोककर पूरे ट्रैक में तीसरी रेल लाइन बिछाने प्रस्ताव मांगा।
इसका फायदा रेलवे को भी है, यहां से और मालगाडियां चलाने की योजना है।
इनका कहना है..
इटारसी से जबलपुर होकर मानिकपुर तक तीसरी रेल लाइन बिछाने की योजना है। इसके लिए पहले सर्वे होगा। सर्वे करने के लिए पश्चिम मध्य रेलवे ने रेलवे बोर्ड से स्वीकृति मांगी है।
सर्वे रिपोर्ट के आधार पर तीसरी रेल लाइन बिछाने का प्रस्ताव बनेगा, जिस पर अंतिम स्वीकृति रेलवे बोर्ड ही देगा।-राहुल श्रीवास्तव, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पमरे