चोरी की मोटरसाइकिल के साथ दो आरोपी गिरफ्तार
Virat24news, रीवा । गोविंदगढ़ पुलिस मोटरसाइकिल चोरी के दो आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे बाइक बरामद कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया, मिली जानकारी के अनुसार बाबू उर्फ भट्ठा पिता लाला सोंधिया उम्र 20 वर्ष निवासी खन्ना चौराहा सम्राट होटल के पीछे थाना कोतवाली और सोनू शाह पिता अहमद शाह उम्र 18 वर्ष निवासी घोघर बड़ी पुल कब्रिस्तान के पास से गाड़ी बरामद की गई है गौरतलब है कि फरियादी ऋषि शुक्ला पिता राज कपूर शुक्ला उम्र 25 वर्ष निवासी गोविंदगढ़ वार्ड क्रमांक 4थाना गोविंदगढ़ 20 अक्टूबर को कंधों मंदिर दर्शन करने पहुंचे थे जहां से उनकी मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी 17 एमजे1495 चोरी हो गई थी ,जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी, मुखबिर की सूचना पर गोविंदगढ़ पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर बाइक बरामद कर ली है।
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नहर में डूबी किशोरी का मिला शव
Virat24news, रीवा ।गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के मड़वा गांव की नहर में डूबी किशोरी का चौथे दिन शव बरामद हो गया। पुलिस पंचनामा कार्यवाई कर शव का पोस्टमार्टम कराया है और परिजनों को सुपुर्द कर दिया। गौरतलब है कि 4 दिन पहले सावित्री बंसल पिता छोटेलाल बंसल उम्र 14 वर्ष अपने दो अन्य सहेलियों के साथ नहर में पानी पीने पहुंची थी, जहां पैर फिसलने से गहरे पानी में समा गई थी ,जिसकी तलाश की जा रही थी ,बुधवार को अमिलकी नहर की जाली में किशोरी का शव फंसा मिला ।
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महिला की पत्थर मारकर हत्या
मामूली कहासुनी में दिया वारदात को अंजाम
Virat24news, रीवा । मोबाइल चोरी को लेकर शुरू हुई कहासुनी मारपीट तक पहुंच गई, इसी दौरान एक व्यक्ति ने पत्थर से हमला कर दिया, जिस से घायल महिला की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की विवेचना कर रही है। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के रतहरी बस्ती की बताई जाती है । मिली जानकारी के अनुसार गीता रावत पति बाबूलाल रावत उम्र 45 वर्ष का मोहल्ले में मोबाइल के लेनदेन को लेकर विवाद हो रहा था, इसी दौरान एक युवक ने पत्थर से हमला कर दिया जो गीता के सिर मे लगा था। पत्थर लगते ही महिला अचेत हो गई , जिसे उपचार के लिए संजय गांधी स्थान में भर्ती कराया गया , पुलिस मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या का मामला दर्ज करने की बात कह रही है।
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मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों से संलिप्तता पाए जाने पर आरक्षक निलंबित
कई आरक्षक पुलिस अधीक्षक की राडार पर
Virat24news, रीवा। पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने मादक पदार्थों के अवैध कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए जिले की कमान संभालते ही अभियान शुरू कर दिया था। जिसके चलते भारी मात्रा में मादक पदार्थों की जप्ती की गई और कई वाहन जप्त कर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। इसके बावजूद लगातार प्रदेश की सीमा पारकर मादक पदार्थों के कारोबारी जिले में पहुंच रहे है। अक्सर सिकायत मिल रही थी कि कुछ चर्चित आरक्षक अवैध कारोबारियों से सांठगांठ कर संरक्षण दे रहे है। ऐसी ही एक ऑडियो पुलिस अधीक्षक को मिली थी जिसमें चाकघाट थाने में पदस्थ आरक्षक प्रिंस सिंह के द्वारा अवैध कारोबारी से बात की जा रही थी। ऑडियो मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने आरक्षक प्रिंस सिंह को निलंबित कर दिया। बताया जाता है कि संदिग्ध आचरण मिलने के चलते कार्यवाही की गई है। इतना ही नहीं इस तरह के अवैध कारोबारियों के साथ सांठगांठ कर अवैध कारोबार को बढ़ावा देने वाले दर्जनों आरक्षक पुलिस अधीक्षक के राडार पर है। जिनके खिलाफ सख्त कार्यवाई हो सकती है ,की गई कार्यवाही के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने कहा कि अगर कोई भी पुलिसकर्मी अवैध कारोबारियों को संरक्षण देता है या संदिग्ध आचरण रखता है, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी यहां तक की संदिग्ध आचरण पाए जाने पर जोन में उनकी पदस्थापना नहीं होगी और बर्खास्त किया जाएगा। आपको बता दें कि शहर के बिछिया, कोतवाली, चोरहटा, रायपुर कर्चुलियान, विश्व विद्यालय थाने में कई ऐसे घाव आरक्षक तैनात हैं ,जो कई बार अवैध कारोबारियों को संरक्षण देने के चलते चर्चा में रहे है। चाकघाट में आरक्षक के खिलाफ कार्यवाही होने के बाद ऐसे आरक्षको की हलक सूखी हुई है।
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चिकित्सकों की लापरवाही के चलते गई युवक की जान
बताया जाता है कि पिता के द्वारा बॉटल से सिर में किए गए हमले से घायल युवक को उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों ने साधारण पट्टी कर युवक को डिस्चार्ज कर दिया । घर पहुंचने पर युवक की हालत बिगड़ी और वह अचेत हो गया, जिसे आनन-फानन में पुनः संजय गांधी अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। गौरतलब हो कि यह पहली घटना नहीं है जब संजय गांधी अस्पताल के चिकित्सकों के द्वारा डिस्चार्ज किए गए मरीज के घर पहुंचने के बाद हालत बिगड़ी हो और उसकी मौत हो गई ।आपको बता दें कि अक्सर संजय गांधी अस्पताल के चिकित्सक मलहम पट्टी कर डिस्चार्ज कर देते हैं, जिसके बाद मरीजों की मौत हो जाती है, कई बार तो मामले को कमजोर करने के लिए डॉक्टरों के द्वारा साधारण चोट बताकर डिस्चार्ज किया जाता है । उसी का परिणाम है कि सिर में चोट और अत्यधिक रक्तस्राव के चलते युवक की डॉक्टरों की लापरवाही ने जान ले ली।