जब थानेदार का फर्जी सिग्नेचर बनाकर फ्रीज खाता खुलवाने बैंक पहुंचे गए 2 सिपाही, फिर क्या हुआ?
वाराणसी का नाम आते ही काशी विश्वनाथ मानस पटल पर उभर आते है. श्रद्धा से मन भक्ति भाव में डूब जाता है. साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी लोकसभा सीट है काशी वाराणसी.
पवित्र नगरी वाराणसी में भी ऐसे मामले आते रहते है जो शर्मसार कर देते है, जहाँ को झकझोर देते है. ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जो पुलिस विभाग से जुड़ा है.
आरोप है कि खाता खुलवाने के लिए दोनों सिपाहियों को 50 हजार रुपये का प्रलोभन दिया गया था. जहां रुपये के लालत में आकर दोनों सिपाही तैयार हो गए. थाने के दोनों सिपाहियों ने थानाध्यक्ष वैद्यनाथ सिंह का फर्जी दस्तखत बनाया. इसके बाद फर्जी दस्तखत के माध्यम से फ्रीज बैंक खाते को चालू कराने के लिए शाखा प्रबंधक को पत्र लिखा.
दरअसल वाराणसी में दो पुलिसकर्मियों द्वारा थानाध्यक्ष का फर्जी दस्तखत कर फ्रीज बैंक खाता खुलवाने का मामला सामने आया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी वरूणा जोन दोनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
वाराणसीः जनपद के शिवपुर थाने में तैनात 2 सिपाहियों का एक कारनामा सामने आया है. जहां सिपाहियों ने एक मुकदमे में फ्रीज बैंक अकाउंट को थानेदार की फर्जी दस्तखत के माध्यम से उसे खुलवाने बैंक पहुंचे थे. प्रबंधक ने शंका के आधार पर मामले की जानकारी थानाध्यक्ष को दिया. अब इस मामले में डीसीपी वरूणा ने जांच के बाद सोमवार को दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया.
क्या है घटना:
जानकारी के अनुसार शिवपुर थाने में दर्ज एक मुकदमें में आरोपी के बैंक खाते को फ्रीज कर दिया गया था. वहीं, बैंक खाते से सम्बंधित आरोपी युवक से अदालत में पेशी के दौरान शिवपुर थाने में तैनात 2 सिपाही सत्येंद्र गौड़ और दीपक कुमार ने संपर्क किया. मामले में दोनों सिपाहियों ने आरोपी के फ्रीज बैंक अकाउंट को खुलवाने की बात कही. आरोप है कि खाता खुलवाने के लिए दोनों सिपाहियों को 50 हजार रुपये का प्रलोभन दिया गया था. जहां रुपये के लालत में आकर दोनों सिपाही तैयार हो गए. थाने के दोनों सिपाहियों ने थानाध्यक्ष वैद्यनाथ सिंह का फर्जी दस्तखत बनाया. इसके बाद फर्जी दस्तखत के माध्यम से फ्रीज बैंक खाते को चालू कराने के लिए शाखा प्रबंधक को पत्र लिखा. साथ ही दोनों सिपाही संबंधित बैंक भी पहुंचकर शाखा प्रबंधक से खाता चालू करने का अनुरोध किया. इसी बीच शाखा प्रबंधक ने शिवपुर थानाध्यक्ष से मुलाकात कर मामले की जानकारी दी. इसके बाद आरोपी सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट भेज दी.
पुलिस का क्या कहना :
थानाध्यक्ष वैद्यनाथ सिंह ने बताया कि डीसीपी वरुणा जोन अमित कुमार को शाखा प्रबंधक द्वारा कार्रवाई की रिपोर्ट और अपनी तरफ से भी एक रिपोर्ट डीसीपी वरुणा जोन को भेजी. मामले को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी वरुणा जोन ने तत्काल प्रभाव से दोनों सिपाहियों को निलंबित करते हुए विभागीय जांच करने का आदेश दे दिया.