
इस हाइवे के बनने से राजस्थान के हनुमानगढ-गंगानगर जिलों से पश्चिमी यूपी आना होगा आसान.
मेरठ मुजफ्फरनगर से पंजाब के पाकिस्तान से लगते बॉर्डर एरिया में जाने में लगेगा कम समय.
हरियाणा के सिरसा-फतेहाबाद से टेक्सटाइल नगरी पानीपत हो जाएगा सीधा रास्ता.
पूर्वी हरियाणा को पश्चिम हरियाणा से जोड़ने के लिए 300 किलोमीटर लंबा हाईवे बनाया जाएगा. पानीपत-डबवाली हाईवे की डिटेल प्राजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए सरकार 80 लाख रुपये मंजूर कर चुकी है. इस हाईवे का फायदा न केवल हरियाणा बल्कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब को भी होगा. हरियाणा के पानीपत जिले से लेकर सिरसा जिले की डबवाली तहसील तक इस हाईवे के बनने से यूपी से राजस्थान के पश्चिमी हिस्से और पंजाब जाने में कम समय लगेगा. फिलहाल हरियाणा के पूर्वी छोर से पश्चिमी छोर तक कोई सीधा फोरलेन हाईवे नहीं है.
300 किलोमीटर लंबा यह हाइवे सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद और करनाल से होते हुए पानीपत पहुंचेगा. हरियाणा के सिरसा जिले के गांव चौटाला से शुरू होकर यह फोरलेन हाइवे डबवाली, कालांवाली, रोड़ी, सरदूलगढ़, हांसपुर, रतिया, भूना, सनियाणा, उकलाना, लितानी, उचाना, नगुरां, असंध, सफीदों होते हुए पानीपत तक बनाया जाना प्रस्तावित है. हरियाणा सरकार इस हाईवे को लेकर काफी गंभीर है. राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के विधानसभा क्षेत्र से यह हाईवे गुजरेगा.
ऐसे होगा फायदा
हरियाणा का डबवाली उपमंडल पंजाब और राजस्थान की सीमा पर स्थित है. देश के इस कोने से अभी तक पश्मिमी यूपी तक जाने के लिए कोई सीधा रास्ता नहीं है. डबवाली से पानीपत हाईवे बनने से पंजाब और राजस्थान के लोगों को भी यूपी जाने में आसानी होगी क्योंकि पानीपत से आगे पश्चिमी यूपी के बेहतर और सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध है. इसी तरह सिरसा जिले के डबवाली से पंजाब के बठिंडा और श्रीमुक्तसर जिलों को कनेक्टिवटी शुरू होती है तो राजस्थान के हनुमानगढ़ के जाने को भी अच्छी सड़क है. जानकारों का कहना है कि इस हाइवे के बनने से डबवाली से पानीपत जाने में 1 से डेढ़ घंटे की बचत होगी.
टेक्सटाइल नगरी को सबसे ज्यादा फायदा
पानीपत हरियाणा का औद्योगिक शहर है. इसे टेक्सटाइल नगरी कहा जाता है. इस हाईवे के बनने से पानीपत की सीधी कनेक्टिविटी उत्तर भारत की कॉटन बेल्ट से हो जाएगी. हरियाणा के सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, पंजाब के बठिंडा, मानसा फिरोजपुर और राजस्थान के हनुमानगढ़ और श्रीगंगागर जिलों में कपास का बड़ा उत्पादन होता है. हाईवे बनने से आम लोगों के अलावा व्यापारियों को कॉटन बेल्ट से रॉ मैटेरियल लाने में भी सुविधा होगी. पानीपत के उद्योगपतियों को फोरलेन हाइवे निर्माण से व्यापार करने में आसानी होगी.