नई दिल्ली:
Ravichandran Ashwin India vs Australia: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से चार मैचों की सीरीज का आगाज होगा. इसे लेकर दोनों टीमों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) के लिहाज से ये सीरीज काफी अहम है. यही कारण है कि दोनों टीमें कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इस सीरीज में स्पिनरों का बोलबाला रहने वाला. इस वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से घबराई हुई है और स्पिन पर जमकर प्रैक्टिस कर रही है.
ऑस्ट्रेलिया ने भारत के महेश पिथिया (Mahesh Pithiya) को बतौर नेट बॉलर के तौर पर अपने साथ जोड़कर सबको हैरान कर दिया. महेश पिथिया हू-ब-हू रविचंद्रन अश्विन की तरह ही बॉलिंग करते हैं, उनका गेंदबाजी स्टाइल, उनका एक्शन भी अश्विन से मिलता है. यही वजह है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रविचंद्रन अश्विन के स्पिन की तोड़ निकालने के लिए जमकर पसीना बहा रहे हैं. लेकिन सवाल यह भी उठता है कि आखिर कंगारू टीम रविचंद्रन अश्विन से इतना क्यों डरती है. आंकड़े देख समझ जाएंगे.
• रविचंद्रन अश्विन भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे सफल बॉलर हैं. उनके नाम अभी तक 88 टेस्ट मैच में 449 विकेट दर्ज हैं. अश्विन ने 30 बार पारी में पांच विकेट लिए हैं, जबकि 7 बार मैच में 10 या उससे अधिक विकेट किए हैं.
• ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविचंद्रन अश्विन ने अभी तक 18 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान 89 विकेट चटकाए हैं. अपने करियर में अश्विन ने किसी भी टीम के खिलाफ अगर सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं तो वह ऑस्ट्रेलिया ही है.
• घरेलू पिचों पर रविचंद्रन अश्विन का रिकॉर्ड शानदार रहा है. उन्होंने अभी तक 51 टेस्ट मैच में 312 विकेट लिए हैं. अगर सिर्फ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की बात करें तो अश्विन ने 18 मैच में 89 विकेट लिए हैं. इनमें से 50 विकेट भारत में हुए टेस्ट मैच में आए हैं.
• अश्विन ने अपने करियर में डेविड वॉर्नर को 10 बार, स्टीव स्मिथ को 6 बार आउट किया है. ये दोनों ही इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाजी की रीढ़ हैं, यही वजह है कि भारत काफी हद तक रविचंद्रन अश्विन पर निर्भर है.