VIRAT24NEWS-रीवा। जमीन बिक्री के मामलो में आए दिन विवाद सामने आते देखने को मिलते हैं ।अक्सर लोग जमीन की बिक्री कर किसी ना किसी रूप से क्रेता का पैसा फस जाने के बाद अतिरिक्त पैसा एठने का प्रयास करते हैं ,इसके लिए कई बार विक्रेता सामने आता है तो कई बार उसके परिजन और अन्य रिश्तेदार अपना हक जताते हुए विरोध दर्ज कराने लगते हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है जहां विक्रेता की मां और उसके मामा ने क्रेता पर आरोप लगाया है कि कि बेटे से दबाव बनाकर रजिस्ट्री करा ली गई है। मामला संज्ञान में आने के बाद विक्रेता ने मां के साथ मामा और रिश्तेदारों के द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। मामला हुजूर तहसील के पथरहा गांव का है ।जहां के निवासी पवन कुमार मिश्रा उर्फ मोनू पिता स्वर्गीय रविआनंद मिश्रा निवासी नवागांव तहसील हुजूर के द्वारा अपने हिस्से की जमीन जो पथरहा में स्थित है, जिसका भूमि खसरा क्रमांक 81 /1 रखवा 03.766 में अंश भाग 0.09 4 हेक्टेयर तथा आराजी खसरा क्रमांक 83 रकबा 0.718 है जिसमें से अंश भाग 0.1 80 है वह आराजी खसरा नंबर 84 रकबा 0.51 हेक्टेयर में है जिसका अंत भाग 0.7030 है तथा आराजी खसरा क्रमांक 8 7 रकबा 0 . 4 8 हेक्टर में से अंशु भाग 0.12 1 कुल चार किताब कुल रकबा 1.700 हेक्टेयर में अंश भाग 0.42 5 हेक्टेयर भूमि यानी 1 एकड़ 5 डिसमिल अपने हिस्से की भूमि को 20 मार्च 2021 को अपनी इच्छा से गोविंद पांडेय पिता विनोद कुमार पांडेय निवासी ग्राम बरा कोटा तहसील हुजूर को विक्रय कर दिया और उक्त बिक्री की संपूर्ण राशि प्राप्त करने के बाद रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्ट्री भी करवा दी, भूमि विक्रय के एक माह बाद विक्रेता की मां और उसका मामा राजकुमार पांडेय घर मे प्लास्टर कराने के लिए दस लाख रु की मुझसे मांग किया। पैसा देने से इनकार किया तो उसके साथ गाली गलौज करते हुए अनावश्यक दबाव बनाते हुए दो-तीन दस्तावेजों में हस्ताक्षर करा लिया है। बिक्रेता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया है कि उसके हस्ताक्षर का उपयोग कहीं गलत ढंग से कर सकते हैं ,जिसकी शिकायत भी थाने में दर्ज कराएगा।वहीं पूरे मामले को लेकर खरीदार गोविंद कुमार पांडेय ने बताया कि उसके द्वारा जो जमीन खरीदी गई है वह पवन कुमार मिश्रा पिता रवि आनंद मिश्रा के पट्टे की है ,जिसकी विधिवत रजिस्ट्री कराई गई है ।पवन कुमार मिश्रा की मां सविता मिश्रा के हिस्से की जमीन ना तो उनके द्वारा खरीदी गई है ना उससे कोई मतलब है, सिर्फ उनकी छवि धूमिल करने और अनावश्यक पैसा एठने की नियत से झूठी शिकायत कर अफवाह फैलाई जा रही है ,जिसकी शिकायत उनके द्वारा भी पुलिस से की जाएगी। खरीदार ने कहा कि उनके पास सभी साक्ष्य दस्तावेज है जो रजिस्ट्रार कार्यालय में प्रस्तुत कर रजिस्ट्री कराई गई है।
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