
40 देशों के 5000 फोटो में रीवा के रवि प्रकाश को मिला पहला स्थान
रीवा-एलआइसी में डेवलपमेंट ऑफिसर के तौर पर अमरपाटन में सेवाएं दे रहे रीवा के युवा फोटोग्राफर रवि प्रकाश पाण्डेय के पोर्ट्रेट ‘ख़्वादीबा’ को कोलकाता में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फोटोग्राफी फेस्टिवल में 40 देशों की 5000 प्रविष्टियों के बीच बेस्ट पोर्ट्रेट अवार्ड दिया गया है। रवि पेशेवर फोटोग्राफर नहीं हैं, वह अपने शौक को पूरा करने के लिए फोटोग्राफी करते रहते हैं।बीच-बीच में समय मिलने पर फोटो खींचते रहते हैं और प्रतियोगिताओं में भेजते रहते है।उन्होंने कौस्तुभ मिश्रा व पाकिस्तान के अदील अजीज से पोर्टेट की बारीकियां सीखी है। इस उपलब्धि का श्रेय भी उन्हें देते हैं।


इसके पहले रवि के पोर्ट्रेट ‘अर्ध- सत्य’ को इटली के विश्व प्रसिद्ध फोटोग्राफी समारोहों में पूरे वर्ष प्रदर्शित करने के लिए चुना जा चुका जुलाई से रवि द्वारा खींची गई फोटो वहां पर प्रदर्शित की जाएंगी। इसमें पूरे भारत से केवल दो फोटोग्राफरों की प्रविष्टियां शामिल की गई है।
रवि ने पुष्कर मेले में कालबेलिया जनजाति की लड़की की फोटो खींची थी। इसी फोटो का टाइटल ‘ख्वाबीदा’ यानी ख्वाबों में जीने वाले वाली लड़की देकर फेस्टिवल में प्रस्तुत किया था। बताया कठिनाइयो के बावजूद एक कबीलाई लड़की टूटे हुए शीशे में खुद को संवारती है। शीशा टूटना है, लेकिन उसकी उम्मीद नहीं बताया, सुमन नाम की इस लड़की की सैकड़ों तस्वीरें दुनियाभर से आए फोटोग्राफर्स ले गए थे। टैंड स्किन और हरी आंखों वाली इस लड़की में फोटोग्राफर्स को कई खूबसूरती नजर आई है। सोशल मीडिया पर भी इसकी फोटो खूब वायरल होती रही है लेकिन ख्वाबीदा टाइटल की वजह से इसे बेस्ट फोटो चुना गया है।