नई दिल्ली. विदेशी मोर्चे पर भारत (India) के लिए एक और परेशानी खड़ी हो गई. लीबिया (Libya) में आतंकियों ने 7 भारतीयों का अपहरण कर लिया है. उन्होंने छोड़ने के बदले में फिरौती मांगी जा रही है. यह भारतीय कुशीनगर और देश के दूसरे इलाकों से संबंधित हैं. यह सभी लीबिया में मजदूरी (Labour) करने गए थे. एक साल बाद अपने घर वापस लौट रहे थे.
एयरपोर्ट (Airport) के रास्ते में आतंकियों (Terrurist) ने उनका अपहरण कर लिया. घटना 15 और 16 सितम्बर के बीच की बताई जा रही है. सभी 7 भारतीयों को 17 सितम्बर को त्रिपोली हवाई अड्डे (Tripoli Airport) से रवाना होना था.

पहले बोली वापस आ रहे हैं, अब कंपनी कोई जवाब नहीं दे रही अपहरणकर्ताओं के चंगुल में फंसे एक भारतीय कुशीनगर, यूपी निवासी मुन्ना चौहान के रिश्तेदार लल्लन चौहान ने बताया, ‘दिल्ली स्थित एक कंपनी एनडी एंटरप्राइजेस के मार्फत यह सभी लोग लीबिया गए थे. घटना के बाद 27 सितम्बर को कंपनी ने कहा मांग पूरी की जा रही है. जल्द ही लौटकर आ जाएंगे. लेकिन अब कंपनी से जुड़े सौरभ इस बारे में कोई जवाब नहीं दे रहे हैं.’।
आंध्रा प्रदेश के एमपी सदन में उठा चुके हैं मामला
लल्लन ने बताया, ‘सात लोगों में तीन यूपी के कुशीनगर, देवरिया से तो एक बिहार के चंपारण से है. वहीं चार अन्य लोग आंध्रा प्रदेश से हैं. हाल ही मैं आंध्रा प्रदेश के एक सांसद ने संसद सत्र के दौरान इस मामले को सदन में भी उठाया था. हम भी अपनी तरफ से विदेश मंत्रालय और पीएमओ को ट्विट कर चुके हैं. महाराजगंज के सांसद की लिखी चिठ्ठी भी भेज चुके हैं. लेकिन जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इस संबंध में मैं सेंट्रल दिल्ली के प्रसाद नगर थाने में एफआईआर भी दर्ज करा चुका हूं.’