

सेमरिया में विकास को मुंह चिढ़ाती सड़क, कई बार पैसा निकालने के बाद भी नहीं हो पाए निर्माण
खबर रीवा से है जहां सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में सरकारी खजाना तो खाली हो रहा है, लेकिन वह जनप्रतिनिधियों और उनके चंगू मंगूओ के खातों में जा रहा है, जिसका परिणाम यह है कि बरसात से लेकर गर्मी के सीजन तक लोगों को सड़क पानी बिजली स्वास्थ्य शिक्षा उपलब्ध नहीं हो पा रहीI
दर्शल हम बात कर रहे हैं विधानसभा क्षेत्र के खड्डा ग्राम पंचायत का, जहां ग्राम पंचायत का अहिरीटोला पहुंच मार्ग नाले में तब्दील है, यहां बरसात के समय जगह-जगह ट्रैक्टर और निजी वाहन फंसे रहते हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो उसे चारपाई में उठाकर घुटने से अधिक भरे कीचड़ से अस्पताल पहुंचाया जाता है, कई बार तो वाहन समय पर ना मिलने के चलते मृत्यु भी हो गई है ,अगर किसी की शादी बारात हो तो दुल्हन को आज भी डोली में बैठाकर मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि इसी रोड में गांव का श्मशान घाट है, जिससे शव यात्रा भी इसी रास्ते से निकलती है, आप अनुमान लगा सकते हैं कि लगभग 300 परिवार वाला टोला किस तरह से बदहाली का शिकार है। बताते हैं कि इसी गांव के नीरज सिंह पटेल ने देश के लिए लड़ते हुए अपनी कुर्बानी दी जिसके घर तक जाने के लिए रास्ता नहीं है। बरसात में कीचड़ की वजह से नालों में ज्यादा पानी आ जाता है, जिससे गांव का संपर्क पूरी तरह से टूट जाता है। आप समझ सकते हैं कि किस तरह से बिना निर्माण किए ही खातों में पैसा चला जाता है और जनता बदहाली का दंश झेल रही है। य
ह पूरी कहानी यह चिल्ला चिल्ला कर कह रही है कि आज भी जहां हवाई जहाज फ्लाईओवर पुल नालों के निर्माण की बात कह कर वोट मांगे जा रहे हैं, हकीकत क्या है। किस तरह से थोड़ी सी बारिश में गांव का यह हाल होता है तो जब बरसात में लगातार पानी गिरता होगा तो लोग कैसे जीवन यापन करते होंगे, आने वाले चुनाव में एक वार फिर नेता यहां की जनता के सामने गिड़गिड़ायेगे वोट लेंगे वादा करेंगे और फिर भूल जाएंगे क्योंकि ऐसा बरसों से हो रहा है।