
हड़ताल के बावजूद भी जवा तहसील क्षेत्र अंतर्गत आर आई और पटवारी को रिश्वत लेते ट्रैप मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान योजना के कार्य में ले रहे थे रिश्वत कार्रवाई फिलहाल जारी…
गौरतलब है कि पिछले दिनों लोकायुक्त पुलिस की कुछ कार्यवाहियां असफल ट्रैप की हुई थी। पूर्व में समान थाना प्रभारी सुनील गुप्ता और एसआई रेनू वर्मा के विरुद्ध असफल ट्रैप की कार्यवाही हुई थी। साथ ही अभी हाल ही में मैहर में भी असफल ट्रैप की कार्यवाही हुई थी। लेकिन अबकी बार पटवारी को सफलता पूर्वक धर दबोचा गया है।
रीवा: हड़ताल के बावजूद रिश्वत ले रहा था पटवारी, लोकायुक्त ने धर दबोचा
- घूसखोर पटवारी दूसरी बार रिश्वत लेते गिरफ्तार
- आर आई भी शामिल
- एक तरफ हड़ताल में दूसरी तरफ भर रहे तिजोरी
>रीवा लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ की बड़ी कार्रवाई
>डभौरा हल्का पटवारी को लोकायुक्त ने किया सफल ट्रेप
>डभौरा रेस्ट हाउस में चल रही है कार्यवाही
>गेदूरहा हल्का पटवारी विनोद पटेल को रुपए लेते लोकायुक्त ने किया ट्रैप
रीवा: लोकायुक्त पुलिस ने एक बार फिर रिश्वतखोर पटवारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते धर दबोचा है उक्त कार्यवाही रीवा लोकायुक्त पुलिस के द्वारा जवा तहसील के डभौरा सर्किल में की गई है।शिकायतकर्ता सलमान खान के शिकायत पर उक्त कार्यवाही की गयी है।

आपको को बता दे शिकायतकर्ता निवासी ग्राम मनिकाडाढ़ पोस्ट कोटा तहसील जवा थाना पनवार से पटवारी विनोद सिंह पटेल पटवारी हल्का कोटा तहसील जवा एवं नीरज शुक्ला राजस्व निरीक्षक वृत्त डभौरा तहसील जवा रिस्वत ले रहे थे।
जिन्हें लोकायुक्त पुलिस ने 3000 रुपए की रिस्वत लेते पटवारी के किराये के आवास एवं कार्यालय डभौरा में धर दबोचा है।
बताया जाता है की शिकायतकर्ता के भाई एवं पिता के नाम पटवारी हल्का कोटा में स्थिति भूमि का सीमांकन करने के बदले आरोपी पटवारी द्वारा 3000 रु रिस्वत की मांग करने व राजस्व निरीक्षक द्वारा 1000 पूर्व में लेने पर धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 का प्रकरण पंजीबद्ध कर ट्रैप कार्यवाही का आयोजन कर आरोपी पटवारी को 3000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
पहले भी हो चूका है ट्रैप
उल्लेखनीय है कि आरोपी पटवारी के विरुद्ध लोकायुक्त रीवा की यह दूसरी ट्रैप कार्यवाही है। आरोपी पटवारी विनोद सिंह पटेल को पूर्व में दिनांक 5 जून 2018 को शिकायतकर्ता भैया बहादुर सिंह की शिकायत पर 3000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था जिसकी विवेचना जारी है।