रीवा: नियमितीकरण के लिए संयुक्त महाविद्यालय अतिथि विद्वान फिर बिगुल फूंकने की तैयारी में

रीवा: नियमितीकरण के लिए संयुक्त महाविद्यालय अतिथि विद्वान फिर बिगुल फूंकने की तैयारी में

  • नियमितीकरण के लिए संयुक्त महाविद्यालय अतिथि विद्वान फिर बिगुल फूंकने की तैयारी में
  • अतिथि विद्वानों का नारा: मुख्यमंत्री शिवराज निभाए अपना वादा, विद्वानों को करें नियमित

रीवा: गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर महाविद्यालय अतिथि विद्वान फिर बिगुल फूंकने की तैयारी कर रहे हैं। अतिथि विद्वानों का नारा है कि मुख्यमंत्री शिवराज निभाए अपना वादा, विद्वानों को करें नियमित।

आपको बता दें कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे ही सूबे के सरकारी महाविद्यालय में रिक्त पदों के विरुद्ध वर्षों से सेवा देने वाले महाविद्यालयिन अतिथि विद्वानों ने अपने नियमितीकरण करवाने की मांग तेज कर दी है। जिससे उनका और उनके अपनों का भविष्य सुरक्षित हो सके।

इसी तारतम्य में रीवा में प्रदेश स्तरीय मीटिंग कर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें अतिथि विद्वानों ने नियमितीकरण संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुई पत्रकार वार्ता के दौरान भोपाल से आए प्रदेश संयोजक डॉक्टर देवराज सिंह ने कहा कि, आज तक जो भी थोड़ा बहुत अतिथि विद्वानों को मिला है उसका पूरा श्रेय भाजपा सरकार में राजेन्द्र शुक्ला और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी को जाता है। दोनों नेताओं ने अपनी सरकार में अतिथि विद्वानों के भविष्य सुरक्षित के लिए काफी प्रयास किया है। जिसके लिए उनका धन्यवाद।

पत्रकार वार्ता के दौरान अनुराग ने कहा कि अगर युवा परिवर्तन नहीं ला सकता तो क्या सत्तर अस्सी साल के बुजुर्ग परिवर्तन लाएगा, आज युवा बेरोजगार है , सीएम् ने अपना किया वादा नहीं निभाया है। उन्हें होश में आ के अपना वादा निभाना चाहिए और बेरोजगारों की सुध लेनी चाहिए। सरकार को चाहिए अपना ताना शाही रवैया छोड़े और सही दिशा में चले।

see this news in video format: रीवा- नियमितीकरण के लिए संयुक्त महाविद्यालय अतिथि विद्वान फिर बिगुल फूंकने की तैयारी में


अनुराग ने अपनी अंकसूची दिखाते हुए कहा है कि ये देखिये 96 प्रतिशत है मेरी अंकसूची में मगर मेरिट कहा जाएगी पता नहीं, अलग अलग राज्यों को बुलाकर यहाँ के युवाओ का हक़ मारा जाता है, यह तानाशाही सिर्फ मप्र में की जा रही है। जबकि सरकार को चाहिए कि जो लोग पात्र है और आहरित योग्यता रखते है उनको सरकार नीतिपूर्वक बुलवाये उनका इंटरव्यू हो और उन्हें नियमति किया जाए , हमारी यही मांग है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *