मप्र: राजेंद्र शुक्ल बनाए जा सकते है बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

मप्र: राजेंद्र शुक्ल बनाए जा सकते है बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
दिल्ली में शीर्ष स्तर के नेताओ की बैठक के बाद मध्य प्रदेश में संगठनात्मक बदलाव की चर्चा जोरों पर है।
कयास लगाए जा रहे कि किसे जिम्मेदारी मिल सकती है…
- बीजेपी बदल सकती है प्रदेश अध्यक्ष
- वीडी शर्मा का दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण
- तीन नाम रेस की पहली पंक्ति में
- राजेंद्र शुक्ल का नाम भी रेस में शामिल
- शुक्ल पेश कर रहे मजबूत दावेदारी
- वर्तमान में मंत्री न होते हुए भी विधायक शुक्ल है काफी प्रभावी
- गौरतलब है कि वीडी शर्मा बतौर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
- अपना दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर चुके है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार चुनावी वर्ष होने के चलते माना जा रहा है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बदलने के मूड में है और राजनीतिक गलियारों में चल रही सुगबुगाहट को आधार माने तो बीजेपी जल्द ही इसका ऐलान कर सकती है। फिलहाल माना जा रहा है कि तीन नाम सबसे आगे की पंक्ति में मौजूद है।

कौन कौन हैं रेस में:
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार जो तीन नाम फिलहाल मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं या यूं कहे रेस में सबसे आगे है वो है केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, वरिष्ठ बीजेपी नेता एवम राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक राजेंद्र शुक्ल।
वीडी शर्मा जा सकते है केंद्र में:
माना जा रहा कि मुमकिन है कि चूकि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण हो रहा ऐसे में उन्हें जल्द ही केंद्र में जिम्मेदारी दी जा सकती है। फिलहाल उनके एक्सटेंशन की कोई घोषणा नही की गई है। इसलिए प्रदेश अध्यक्ष बदले जा सकते है, इस बात को और भी बल मिलता है। आपको बता दे वीडी शर्मा (विष्णु दत्त शर्मा) खजुराहो से सांसद हैं। उनकी दल में अच्छी पैठ है और प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय भाजपा नेताओं से मधुर संबंध हैं।

राजेंद्र शुक्ल हैं मजबूत दावेदार:
बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी की माने तो शुक्ल मजबूत दावेदार है, पिछले विधानसभा चुनाव में रीवा जिला में जो अपार सफलता मिली उसमे शुक्ल के योगदान को खासा श्रेय दिया जाता है। विंध्य क्षेत्र के भाजपा नेताओं में वो अव्वल दर्ज में शुमार हैं। साथ ही विधानसभा चुनाव में वो जहा जहा भी प्रचार करने वहा भाजपा ने उमड़ा प्रदर्शन किया था। उल्लेखनीय हैं कि लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने अति महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था। स्थानीय लोगो की जुबान पर ये बात हमेशा रहती है कि मौजूदा सांसद जनार्दन मिश्र को बीजेपी टिकट मिलने और सांसद बनने में शुक्ल का ही हाथ है।

हालाकि बीते नगर निगम चुनाव में बीजेपी महापौर पद तो हासिल नही कर पाई परंतु न.नि. रीवा में सभापति का पद बीजेपी ने हथिया लिया, इसमें भी शुक्ल की एकमात्र भूमिका रही है। उन्होंने ही तत्कालीन समय सारा कुछ बड़ी सूझ बुझ से हैंडल किया था।
पिछले विस चुनाव की बात करें तो बीजेपी ने विंध्याचल में बहुत ही उम्दा प्रदर्शन किया था। आपको बता दे कि बीजेपी ने उक्त चुनाव में तीस में से चौबीस सीट पर जीत दर्ज की थी। साथ ही विधायक के सीएम से मधुर संबंध किसी से छिपे नही है। प्रदेश की राजनीति में विधायक शुक्ल की अच्छी पैठ है। वो विषम परिस्थिति में भी अपने विनम्र स्वभाव के लिए जाने जाते है और साथ ही सधे हुए चतुर नीतिकार माने जाते हैं। जिसका प्रदर्शन उन्होंने अब तक के अपने राजनीतिक सफर में कई बार किया है।

राजनीतिक गलियारों में सुबुगाहट यह भी है कि चूकी विधायक शुक्ल को इस बार मंत्री नही बनाया गया, जिसका क्षेत्रीय जनता को मलाल है, अब चुकी वो विंध्य के कद्दावर बीजेपी नेता है और सबके साथ सामंजस्य बिठाने की कला में माहिर है तो जनता में कही असंतोष की भावना घर न कर ले इसलिए भी शुक्ल की मजबूत दावेदारी से इंकार तो नही किया जा सकता। उल्लेखनीय है कि इस बार शुक्ल की जगह रीवा जिला से गिरीश गौतम को एमपी स्पीकर बनाया गया है। हालाकि तत्कालीन समय भी एमपी स्पीकर के लिए शुक्ल का नाम रेस में था पर अंततः बाजी देवतालाब विधायक गौतम मार ले गए थे। इसलिए भी विधायक शुक्ल के नाम की चर्चा प्रदेश अध्यक्ष के लिए मजबूत मानी जा रही क्युकी शुक्ल को मंत्री, एमपी स्पीकर तो नही बनाया और क्षेत्रीय जनता इससे नाखुश दिखी है तो मुमकिन है डैमेज कंट्रोल करने के लिए शुक्ल को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी जाएं।

आपको बता दे अभी हाल ही में कर्नाटक चुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।इसलिए भी बीजेपी चुनावी राज्यों में एक्शन मोड पर दिख रही है। मीटिंग्स का दौर और शीर्ष नेताओं के दौरे आयोजित किए जा रहे है। आने वाले दिनों में प्रदेश में राजनीतिक सियासी पारा चढ़ता हुआ दिख रहा है। खुद सीएम शिवराज मोर्चा संभाले हुए है और युद्ध स्तर पर घोषणाएं और दौरे किए जा रहे है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार एमपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बदले जा सकते है और वीडी शर्मा को केंद्र में कोई बड़ी जिम्मेवारी दी जा सकती है।
अलबत्ता प्रदेश अध्यक्ष बदले जाएंगे कि नहीं और यह जिम्मेवारी निश्चित रूप से किसे मिलेगी, यह बात तो वक्त आने पर ही पता चल पाएगी।
by Er Umesh Shukla for ‘Virat24’news