पूर्व सांसद स्व. यमुना प्रसाद शास्त्री की 26वीं पुण्यतिथि नेत्रहीन एवं विकलांग महाविद्यालय तोपखाना बिछिया रीवा में मनाई गई

राष्ट्र के महान सपूत, स्वतंत्रवीर,पूर्व सांसद की 26 वीं पुण्यतिथि,आस्था एवं समर्पण भाव से नेत्रहीन एवं विकलांग महाविद्यालय तोपखाना बिछिया रीवा में मनाई गई।

सुचिता की राजनीति की प्रेरणा थे शास्त्री जी: राजेंद्र शुक्ल, विधायक रीवा

रीवा: सुचिता की राजनीति के प्रेरणा स्रोत थे शास्त्री स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पूर्व सांसद, नेत्रहीन एवं विकलांग महाविद्यालय सहित अनेक शैक्षणिक संस्थाओं के संस्थापक ब्रह्मलीन यमुना प्रसाद शास्त्री की 26 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर नेत्रहीन एवं विकलांग महाविद्यालय बिछिया रीवा में आयोजित विचार गोष्ठी के अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा राजेंद्र शुक्ल द्वारा व्यक्त की गई।

मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए शुक्ल ने कहां की शास्त्री जनहित में धरना प्रदर्शन के साथ-साथ कठिन अनशन भी किया करते थे,इसके अलावा शास्त्री शासन प्रशासन को समाधान भी दिया करते थे।

शुक्ल ने आगे कहा कि जब वे मंत्री बने तब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने उन्हें बुलाकर रीवा में किए जाने योग्य कार्यों के बारे में पूंछा, तब शुक्ल ने कहा कि शास्त्री द्वारा लाई गई जीवनदायिनी बाणसागर परियोजना का कार्य पूर्ण कराया जाना चाहिए। तब उनसे मुख्यमंत्री ने और अन्य कार्यों के बारे में पूछा तब शुक्ल ने कहा कि यह योजना ही एक हज़ार कार्यों के बराबर है।

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