कंपनी मैनेजर की हत्या के आरोपी गिरफ्तार एजेंसी छूटने के डर से गोली मारकर की गई थी हत्या। Virat24news,रीवा। पुलिस कंट्रोल रूम में एडिशनल एसपी ने 13 नवंबर की रात ट्रैक्टर कंपनी मैनेजर की गोली मारकर की गई हत्या का खुलासा कर दिया। हत्या का कारण व्यापारिक प्रतिस्पर्धा बताई जाती है, हत्यारों ने साजिश के तहत पहले युवक को अपने साथ घुमाने ले गए और रात्रि होते ही जब वह अपने घर जाने लगा उसका पीछा कर गोली मार दी और मौके से फरार हो गए थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश कर दिया। जहां से पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। घटना सोहागी थाना क्षेत्र के पुरवा गांव में घटित हुई थी। पीछा कर मारी गई थी गोली मिली जानकारी के अनुसार मुन्ना लाल पटेल पिता हीरालाल पटेल उम्र 45 वर्ष निवासी बड़ागांव सोनालिका ट्रेक्टर कम्पनी का मैनेजर था। क्षेत्र में संचालित ट्रैक्टर की एजेंसी को प्रभाकर सिंह से छुड़ा कर किसी अन्य व्यक्ति को दिलाना चाह रहा था । जबकि उक्त ट्रैक्टर एजेंसी प्रभाकर सिंह अपनी संपत्ति बेच कर लिया था जिसे खोना नहीं चाहता था । अपने हाथ से एजेंसी जाने के डर से प्रभाकर सिंह अपने चालक विजय तिवारी पिता प्रेम नारायण तिवारी उम्र 28 वर्ष निवासी कोनी खुर्द थाना चाकघाट के साथ हत्या की साजिश रच डाली और योजनाबद्ध तरीके से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या से पहले ले गए घुमाने पिलाया शराब पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मुन्ना लाल पटेल को फोन कर चाकघाट बुलाया, जहां उसकी मोटरसाइकिल प्रताप ढाबे में खड़ी करा कर अपनी कार एमपी 17 सीसी 3490 में बैठा कर नारीबारी चाकघाट ले गए और साथ में बैठकर शराब का सेवन किया और खाना खाया लौटते समय प्रताप ढाबे के पास छोड़ दिया। जैसे ही मुन्नालाल पटेल अपनी मोटरसाइकिल लेकर निकला उसका पीछा करते हुए दोनों आरोपियों ने सुनसान जगह पाकर गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज से हुआ हत्या का खुलासा युवक की हत्या के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी ,आनन-फानन में पुलिस टीमें गठित कर आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा था ,लेकिन परिजनों के बयान और काल डिटेल के आधार पर पुलिस हाथ पैर चला रही थी, लेकिन हत्यारे पहुंच से बाहर थे।परिजनों की शंका पर दो लोगो को पकड़ा भी गया लेकिन पूछताछ में निर्दोष निकले। इसी दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला जिसमें मुन्ना लाल पटेल के पीछा करती हुई कार जाती दिखाई दी ,जिसे ट्रेस किया गया तो उक्त कार सफेद रंग की एस क्रॉस एमपी 17 सीसी 3490 निकली इनके मालिकों को पकड़कर पूछताछ की गई तो हत्यारों ने जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस पूछताछ के दौरान देसी कट्टा दो खाली खोखे और दो भरे कारतूस के साथ वारदात में उपयोग की गई सफेद रंग की मारुति कार जप्त कर लिया है। हत्यारों ने किया एक तीर से दो निशाने लगाने का प्रयास बताया जाता है कि हत्यारों को यह मालूम था कि मुन्ना लाल पटेल का गांव के अनुराग सिंह पटेल और रत्नेश सिंह से विवाद चल रहा है । इसका फायदा उठाते हुए साजिश के तहत फोन कर बुलाया और गोली मारकर हत्या कर दी। इसके पीछे हत्यारों की मंशा थी के एजेंसी छीनने का प्रयास कर रहा मुन्ना लाल पटेल जहां उनके रास्ते से हट जाएगा, वहीं पुलिस अनुराग सिंह पटेल और रत्नेश सिंह को हत्या के आरोप में सलाखों के पीछे पहुंचा देगी और वह बच जाएंगे। लेकिन पुलिस की जांच और सीसीटीवी फुटेज ने आरोपियो को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया । अंधी हत्या के खुलासे में महत्वपूर्ण रही भूमिका अंधी हत्या का खुलासा करने में थाना प्रभारी सोहागी पवन शुक्ला, एसआई अभिषेक सिंह पटेल, ब्रजेश जयसवाल, राहुल कुमार ,अजय सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्जन युवक की दो गोली मारकर हत्या की गई थी, परिवार के लोगों ने गांव के 2 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराया था। जिनसे पूछताछ की गई लेकिन उनका हत्या में कोई रोल नहीं मिला, जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज और साइबर की मदद से ट्रैक्टर एजेंसी के मालिक और उसके चालक को हिरासत में लिया गया जिन्होंने हत्या करना कबूल कर लिया है। युवक की हत्या एजेंसी छुटने के भय के चलते की गई है। शिव कुमार वर्मा एडिशनल एसपी

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