आखिर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडेय ने रीवा पुलिस को अधिवक्ताओं की भौजाई की संज्ञा क्यों दे डाली?

जिला पुलिस अधिवक्ताओं की बनी भौजाई -राजेंद्र पांडेय

रीवा: जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडेय ने कार्यालय में पत्रकार वार्ता का आयोजन कर पुलिस प्रशासन और सरकार को आड़े हाथों लिया है। राजेंद्र पांडेय ने कहा कि रीवा जिला पुलिस इन दिनों अधिवक्ताओं की भौजाई बनी हुई है। पुलिस अधिवक्ताओं से मजाक करती है ।

पांडे ने कहा कि 2016 में अधिवक्ता शत्रुघ्न सिंह तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया थाI उसमें रीवा जिले के पुलिस ने लिख कर दिया कि शत्रुघ्न सिंह तिवारी के खिलाफ दर्ज मामला समाप्त किया जाता हैI अब 7 साल बाद सिविल लाइन पुलिस द्वारा सूचना दी जा रही है कि अधिवक्ता शत्रुघ्न सिंह तिवारी के खिलाफ मामला न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।

अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडेय ने बताया कि इसकी जानकारी सिविल लाइन थाना प्रभारी के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक को भी दी गई है कि, यह 2016 का प्रकरण हैI 7 साल गुजर गए और पुलिस ने लिख कर दिया है कि प्रकरण समाप्त किया जाता हैI

फिर यह मजाक बाजी क्यों?? अगर रीवा जिले की पुलिस अपनी आदतों से बाज नहीं आई और इसी तरह का मजाक करती रही तो जिला पुलिस को अधिवक्ता संघ न्यायालय प्रांगण में घुसने नही देगा। क्योंकि यह मजाक का विषय नहीं हैI किसी अधिवक्ता के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज किया गयाI जांच की गईI समाप्त किया गया और फिर अधिवक्ता से कहा जा रहा है कि, आप के खिलाफ चालान प्रस्तुत किया जाएगा यह न्याय संगत नहीं है।

यह पुलिस की दादागिरी है। इसके साथ ही अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष ने जिला प्रशासन और अधिवक्ता परिषद पर निशाना साधते हुए कहा कि अधिवक्ता जब रजिस्ट्रेशन कराता है तो उसका इंश्योरेंस होता है, लेकिन अधिवक्ता परिषद ने किसी प्रकार की घटना होने पर अपना नियम ठोक दी है।

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